शादाब रिजवी, बिजनौर
बिजनौर जिले में तीन दिन से वाहनों का चालान करने का मामला और वकीलों के बीच विवाद की बड़ी वजह बनता जा रहा है। एक के वाहन का चालन करने से नाराज अधिवक्ताओं ने अगले दिन पुलिस वालों को बिना कागजात और हेलमेट पकड़कर वाहनों की चाबी निकाल ली। बुधवार को पुलिस ने 35 वकीलों के खिलाफ लूट आदि धाराओं में दर्ज कर ली। वकीलों में इसको लेकर नाराजगी है, गुरुवार को वकील आंदोलन का ऐलान कर सकते हैं।
बिजनौर जिले में तीन दिन से वाहनों का चालान करने का मामला और वकीलों के बीच विवाद की बड़ी वजह बनता जा रहा है। एक के वाहन का चालन करने से नाराज अधिवक्ताओं ने अगले दिन पुलिस वालों को बिना कागजात और हेलमेट पकड़कर वाहनों की चाबी निकाल ली। बुधवार को पुलिस ने 35 वकीलों के खिलाफ लूट आदि धाराओं में दर्ज कर ली। वकीलों में इसको लेकर नाराजगी है, गुरुवार को वकील आंदोलन का ऐलान कर सकते हैं।
दरअसल, सारे विवाद की शुरूआत बाइक के कागज पूरे होने के बावजूद एक वकील की स्कूटी का चालान ट्रैफिक पुलिस ने काटने से हुआ था। दरअसल, सोमवार रात वकील शिवम वर्मा की स्कूटी एक दरोगा ने चेकिंग के लिए रुकवाई। शिवम शर्मा ने स्कूटी के कागज दिखाए, लेकिन दरोगा हेलमेट नहीं लगाने पर चालान काटने की बात कही। वकील ने तर्क दिया कि नगर पालिका क्षेत्र में हेलमेट की अनिवार्यता नहीं है। आरोप है कि इसके बावजूद पुलिसकर्मियों ने हेलमेट न होने के आरोप में चालान काट दिया था।
वकीलों ने मंगलवार को जज परिसर में सरकारी काम से आए पुलिसकर्मियों के दुपहिया वाहन रोककर उनके कागज चेक किए। कई पुलिस वालों के वाहनों की चाबियां निकाल ली। पहियों से हवा निकाल दी। पुलिस और वकीलों में विवाद हो गया। अफसरों के हस्तक्षेप से समझौता होने पर मामला निपट गया।
Source: Uttarpradesh