*राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन अंतर्गत दंतेवाडा के पशु सखी एवं किसानों के लिये पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा में ‘बकरीपालन प्रबंधन एवं उद्यमिता विकास तीन दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न*
पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा, दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनू विश्वविदयालय, अंजोरा, दुर्ग (छ.ग.) में जिला पंचायत दंतेवाडा के अनुरोध पर राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन अंतर्गत दंतेवाडा के पशु सखी एवं किसानों के लिये तीन दिवसीय “बकरीपालन प्रबंधन एवं उद्यमिता विकास’ में प्रशिक्षण कार्यकम दिनाक 5 से 7 मार्च 2025 तक सम्पन्न हुआ, जिसमें बकरी पालन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे छत्तीसगढ में बकरी पालन की संभावनायें, छत्तीसगढ की जलवायु के लिये उपयुक्त नस्ले, उनका आवास एवं सामान्य प्रबंधन, भोजन का प्रबंधन, बकरियों में आकस्मिक शल्य चिकित्सा एवं प्राथमिक उपचार, बकरियों में होने वाली महत्वपूर्ण बीमारियां, उनका टीकाकरण, रोकथाम, छत्तीसगढ एवं भारत सरकार दवारा बकरी पालन व्यवसाय को बढावा देने के लिये चलाई जा रही वाली महत्वपूर्ण योजनाये जैसे एन.एल.एम एवं नाबार्ड पोषित योजनाये, आवेदन प्रक्रिया, बैंक लोन की प्रकिया, छत्तीसगढ़ राज्य में बकरीपालन में संभावनायें के बारे में विभिन्न विषय विशेषज्ञों के द्वारा सारगर्भित व्याख्यान एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया एवं बकरी फार्म, चारा उत्पादन इकाई, रेबीट फार्म, सूकर फार्म, गाय फार्म एवं अन्य फार्म का भ्रमण कराया गया। इस प्रशिक्षण में दंतेवाडा जिले के 40 पशु सखी एवं किसानों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के अन्त में विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डा संजय शाक्य, कुलसचिव डा. बी.पी. राठिया, उप कुलसचिव डा. मनोज कुमार गेंदले, डा. संजीव सहस्त्रबुद्धे, प्राध्यापक डा.आर.पी. तिवारी प्रशिक्षण प्रभारी डा. रामचंद्र रामटेके एवं पी आर ओ डा. दिलीप चौधरी ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित कर इनके उज्वल्ल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर डा सविता बिसेन, डा. शिवेश, डा. जागृति, डा. हमेश रात्रे, डा. के.आर.बघेल एव प्राध्यापकगण एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यकम का संचालनएवं धन्यवाद ज्ञापन डा. भारती साहू के द्वारा किया गया।