इससे पहले बांग्लादेश के सभी खिलाड़ी बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) द्वारा अपनी मांगे न माने जाने के बाद सोमवार से हड़ताल पर चले गए थे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वनडे कप्तान मशरफे मुर्तजा को देश के क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेटरों के बीच जारी इस विवाद को निपटाने के लिए मध्यस्थ नियुक्त किया था, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई है। बीसीबी ने खिलाड़ियों की ज्यादातर मांगों को स्वीकार कर लिया है। बुधवार की मध्य रात्रि को दोनों पक्षों ने समझौते के बात हड़ताल खत्म होने की घोषणा की।
क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच करीब दो घंटे तक एक होटल में यह मीटिंग चली। यहां खिलाड़ियों बोर्ड के समक्ष अपनी दो और मांगें रखीं, जिनमें बीसीबी अपने राजस्व का कुछ हिस्सा खिलाड़ियों के साथ बांटेगा और देश की महिला क्रिकेटरों को भी पुरुषों के बराबर वेतन मिलने की बात तय की गई।
इससे पहले स्थानीय मीडिया में खबरें आई थीं कि बीसीबी के कुछ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस मामले में संपर्क साधा था, जिसके बाद उन्होंने वनडे टीम के कप्तान मशरफे मुर्तजा को दोनों पक्षों में मध्यस्था कराने के लिए नियुक्त किया।
मुर्तजा द्वारा मध्यस्था निभाने के बाद बीसीबी अपने कड़े रुख में नरमी लाया और खिलाड़ियों की मांगों को मानने के लिए वह तैयार हो गया। खिलाड़ियों के इस ऐलान के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने जरूर राहत की सांस ली है। क्योंकि उनकी टीम को टी20 और टेस्ट सीरीज के भारत का दौरा करना है और खिलाड़ियों की हड़ताल के चलते इस दौरे पर भी संकट के बादल मंडरा गए थे।
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